सात ऐसे कारण जिसकी वजह से हमें डेयरी प्रोडक्ट नहीं खाने चाहिए || Seven Reason Why Dairy Product is Harmful to Us

सात ऐसे कारण जिसकी वजह से हमें डेयरी प्रोडक्ट नहीं खाने चाहिए || डेयरी प्रोडक्ट खाना हमारे लिए क्यों नुकसानदायक है 

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Seven Reason Why Dairy Product is Harmful to Us


दूध ऊर्जा और हारमोंस के नजरिए से एक बच्चे को उसकी मां से जोड़ने के लिए होता है । और ये जुडाव उसके स्तनपान को छोड़ दी ही खत्म हो जाता है । यह भोजन के साथ हमारा पहला संपर्क या नाता होता है । और इसीलिए इसे छोड़ना बहुत कठिन होता है । साथ ही यह एक बहुत सरल आहार भी होता है लेकिन जब दूध को हजम करने के बात आती हैं तो आप के फेफड़े और आपकी आंत एक टीम की तरह काम करते हैं । हम सभी जानते हैं कि फेफड़े ऑक्सीजन को लेकर कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालते हैं । लेक्टेस एक एंजाइम है बड़ी आंत में पाया जाता है । इसका मुख्य काम है लैक्टचस को सरल शक्कर के रूप मे पचाना । यह बचपन में तो बहुत अधिक होता है लेकिन उसके बाद यह घटने लगता है खासकर  4 साल की उम्र के बाद से । जब दूध को भारी मात्रा में लिया जाता है तो हमारे पाचन तंत्र में लेक्टोस की मात्रा लैक्टेस से ज्यादा हो जाती है । इसके पीछे आत्मसात करने की क्षमता का प्राकृतिक सिद्धांत है । 

अगर हम अपने पूर्वजों आली मानव को देखे तो कोई भी व्यक्ति केवल तब तक लैक्टॉस लेता था जब तक  शिशु के रूप में अपनी मां से दूध प्राप्त करता था । उसके बाद से वह जीवन भर कभी दूध नहीं देते थे । यह तो कृषि और पशुपालन के आविष्कार के बाद ही वयस्कों के लिए दूध उपलब्ध होने लगा । हम डेरी का उपयोग करने के लिए नहीं बने हैं चलिए जानते हैं 7 ऐसे कारण जिसकी वजह से हमें डेरी प्रोडक्ट नहीं लेने चाहिए जो कि हमारे लिए हानिकारक होते हैं ।

सात ऐसे कारण जिसकी वजह से हमें डेयरी प्रोडक्ट नहीं खाने चाहिए || Seven Reason Why Dairy Product is Harmful to Us

1) डेरी में सेंचुरेटेड फैट्स की अधिकता होती है जिससे हमारी धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है । जैसा कि पहले बताया डेरी का फैट शरीर में जमा हो जाता है, जिससे आपकी मांसपेशियों पर मोटी परते बन जाती है । यह जमा हुआ फैट ऑक्सीजन की गति को धीमा करता है और उसे आसपास की टिश्यूज मे  जाने से रोकता है । और ऑक्सीजन की कमी आपके शरीर के विकास को धीमा करती है । आपके शरीर को सुस्त बना देती है और अंततः आपके शरीर का वजन बढ़ जाता है ।

2) टी कॉलिंन कैंपबेल द्वारा लिखी गई द चाइना स्टडी के अनुसार केसिम एक प्रोटीन है जो हमारे पाचन तंत्र में नहीं पचता, यह डेयरी में बहुत अधिक मात्रा में होता है । गाय के दूध में 18% चार्ज में 40% कैसे होता है । जरा कल्पना कीजिए कि कैसीन आपके पेट में जाकर दही बन जाता है, जो आपकी आंतो की दीवारों पर चिपक कर रह जाता है । इसे पाचन तंत्र की दूसरी खाद्य पदार्थों से पोषक तत्वों को आत्मसात करने की क्षमता में बाधा पड़ती है और शरीर में फैट जमा हो जाता है ।

3) आमतौर पर साॅफ्ट टिशूज में जमा हुआ पदार्थ चिपका रह जाता है । और कुछ समय बाद घातक सिद्ध हो सकता है । इसलिए कैंसर के प्रकरण विशेषकर स्तन कैंसर के प्रकरण भारत में बढ़ गए हैं । ये महिलाओं पशु आधारित आहार लेती हैं और उसके साथ शाकाहार की मात्रा कम कर देती हैं, वह यौवन अवस्था में जल्दी पहुंचती है, और उनके मासिक धर्म देर से समाप्त होते हैं ।  इस तरह उनके प्रजनन काल में वृद्धि होती है जिनमें जीवन पर्यंत फीमेल हार्मोन का स्तर अधिक ऊंचा रहता है । 

जीवन भर के लिए एस्ट्रोजन की अधिकता महिलाओं में स्तन कैंसर के जोखिम को बढ़ा देती है । इस एस्ट्रोजन की मात्रा को बढ़ाने में डाइट एक मुख्य भूमिका निभाती है । एस्ट्रोजन और उससे संबंधित हारमोंस के बढ़े हुए स्तर का कारण है आम पश्चिमी डाइट जिस में प्रचुर मात्रा में फैट और पशुओं से प्राप्त प्रोटीन होता है । और डाइटरी फाइबर कम होता है । गाय के दूध में पाया जाने वाला प्रोटीन कैंसर को बढ़ाने वाला एक शक्तिशाली घटक है । "द चाइना स्टडी" द्वारा किए गए एक प्रयोग में केसीन का जो कि गाय के दूध का 87% घटक है चूहों का प्रयोग किया गया और उन्हें इससे कैंसर हो गया । अधिकांश महिलाएं जिन्हें स्तर के स्तन कैंसर हुआ है वह डेरी प्रोडक्ट का भारी मात्रा में सेवन करती हैं ।

4) लेटेस्ट हमारे आंतो में 1 साल की उम्र तक रहता है, जिसके बाद यह घटने लगता है । 4 साल के बाद इसका अस्तित्व खत्म हो जाता है, जिससे दूध को हजम करना कठिन हो जाता है । अधिकतर लोग यह बात नहीं, जानते और जीवन भर एसिडिटी और दूसरे पाचन संबंधी मुद्दों के साथ जीते हैं लेकिन फिर भी डेयरी उत्पादों का सेवन करते रहते हैं ।

5) दूध का pH बैलेंस  6.5 है, जो कि इसे थोड़ा एसिडिक बना देता है । जब हम इसका सेवन करते हैं तो यह हमारे शरीर में और भी अधिक गर्म हो जाता है, जिससे इसका एसिड का स्तर और भी बढ़ जाता है । यह हानिकारक बैक्टीरिया के पनपने के लिए बहुत ही अनुकूल वातावरण बनाता है । यदि आप कफ संबंधी परेशानियों जैसे कि कैंडिडा, नाक का बहना, अस्थमा एलर्जी, साइनस या फिर दूसरी परेशानियां जैसे की कब्ज, अधिक वजन, खराब त्वाचा पर एक मोटे जमी सफेद परत से परेशान है तो आपको अपनी डाइट में डेयरी प्रोडक्ट को कम कर देना चाहिए ।

6) पाश्चुरीकरण के कारण आवश्यक विटामिन खो जाते हैं और लाभकारी एंजाइम भी नष्ट हो जाते हैं । साथ ही दूध में कैल्शियम का स्तर भी बदल जाता है । होमोजेनाइजेशन से दूध के सड़ने और शरीर में ऑक्सीडेशन पैदा करने की संभावना बढ़ जाती है । जिससे और अधिक कैसिन की मात्रा वाले नए फैट का निर्माण होता है । साथ ही होमोजैनाईजेशन से आपके रक्त में जैनथाइन ऑक्सीडेस नामक एक एंजाइम का स्राव होता है, जो जब आपके हृदय और रक्त में प्रवेश करता है।  तो झिल्लियो को क्षति पहुंचाकर घाव बनाता है,  जबकि कोलेस्ट्रॉल जमा होता जाता है और आपकी धमनियों में रुकावट पैदा करता है । शरीर में कैल्शियम का उपयोग करने में विटामिन डी एक अहम भूमिका निभाता है । इस कारण से डेरी उद्योग दूध में विटामिन डी का कृतिम रूप मिलाकर उसे सशक्त करते हैं । 

मैग्नीशियम कैसिटोन के उत्पादन को उद्दीप्त करता है, जो हड्डियों में कैल्शियम को बढ़ाकर उसे शरीर की टिशूज में आत्मसात होने से रोकता है । लेकिन सशक्तिकरण कृत दूध में मिलाया गया कृतिम विटामिन डी मैग्नीशियम को शरीर से निकाल देता है । जिसके फलस्वरूप जहां हमें कैल्शियम को आत्मसात करने के लिए मैग्नीशियम की आवश्यकता होती है वहीं सशक्ती कृत दूध मैग्निशियम के भंडार को खत्म कर देता है । तो फिर विटामिन डी का क्या फायदा अगर हमारे पास उसे सूखने के लिए मैग्निशियम ही नहीं है । और बिना मैग्नीशियम की हड्डियों में कैल्शियम को बढ़ाने के लिए कैल्सीटोन का उत्पादन कैसे होगा । इसलिए क्योंकि दूध में कैल्शियम होता है यह जरूरी नहीं है कि आप उसे आत्मसात कर सकते हैं । दुनिया के कई लोग अपनी कैल्शियम की आवश्यकताओं के लिए डेयरी पर निर्भर नहीं करते और फिर भी उनकी हड्डियों और दांत मजबूत होते हैं ।

7) गायों को दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए ग्रोथ हारमोंस दिए जाते हैं जब हम दूध पीते हैं तो हम भी उस ग्रोथ हार्मोन की कुछ मात्रा ग्रहण कर लेते हैं क्योंकि दूध की ऊर्जाओं के बारे में स्टीव गैने ने गाय के दूध को अनस्ट्रक्चर्ड टिशु कहा है आपके शरीर में इस अनस्ट्रक्चर्ड यीशु को हजम करने की क्षमता नहीं होती इसमें उपस्थित कैसिन आपकी टिशु के साथ मिल जाता है और संभावना है कि वह उन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है

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