Amazon.com के संस्थापक जेफ़ बेज़ोस की सफलता के मंत्र क्या है || Amazon CEO Jeff Bezos reveals 5 Secrets for Success

Amazon.com के संस्थापक जेफ़ बेज़ोस की सफलता के मंत्र क्या है || Amazon CEO Jeff Bezos reveals 5 Secrets for Success 

Amazon CEO Jeff Bezos reveals 5 Secrets for Success

Amazon CEO Jeff Bezos reveals 5 Secrets for Success 


हमारा लक्ष्य संसार की सबसे ग्राहक केंद्रित कंपनी बनाना है अमेजॉन की सफलता के मंत्र क्या है आखिर इसे संस्थापक जैफ बेजॉस ने ऐसा क्या किया कि अमेजॉन संसार में सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेल कंपनी बन गई उन्हें ई-कॉमर्स का पितामह क्यों माना जाता है ।

संसार का सबसे बड़ा ऑनलाइन रिटेलर 

amazon.com एक अमेरिकी मल्टीनैशनल ई-कॉमर्स कंपनी है । जिसका मुख्यालय सीएटल वाशिंगटन में है । यह विश्व की सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेल कंपनी है । अपनी पुस्तकों की सबसे बड़ी ऑनलाइन विक्रेता भी है । यह किंडल ईबुक रीडर का उत्पादन करती है और क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विसेज प्रदान करने में भी सबसे आगे है । जैफ बेजॉस इसके चेयरमैन और सीईओ है ।

Amazon.com ने नेट बैंकिंग का युग आरंभ किया था 

जैफ बेजॉस ने amazon.com वेबसाइट शुरू करके इतिहास रच दिया । उन्होंने हमें इंटरनेट के जरिए से घर बैठे मनचाही पुस्तके खरीदने की सुविधा दी । उन्होंने इंटरनेट क्रांति का सूत्रपात करते हुए ऑनलाइन सेलिंग और नेट बैंकिंग का युग भी शुरू किया । उन्होंने मेहनत और दूरदर्शीता से एक और ब्रांड बनाया जिसका मूल्य 12.758 अरब डालर है और इंटरब्राड के अनुसार यह संसार का 26वां सबसे मूल्यवान ब्रांड है ।

जेफ़ बेजोस संसार के सबसे अमीरो में गिने जाते हैं 

अमेजॉन की सफलता के मंत्र क्या है । आखिर इसके संस्थापक जेफ़ बेजोस ने ऐसा क्या किया कि अमेजॉन संसार में सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेल कंपनी बन गए । उन्हें ई कॉमर्स का पितामह क्यों माना जाता है । और उन्होंने अमेजॉन के इंटरनेट सेल्स के मॉडल के रूप में कैसे विकसित किया । ऐसा क्या हुआ कि 3 कर्मचारियों से शुरू हुई कंपनी में आज 65000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं । वो कौन से मंत्र थे जिन्हें पढ़कर वो संसार में 26 सबसे अमीर व्यक्तियो मे एक बन गए ।

उनके बचपन के सबक 

पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं यह कहावत बेजॉस ने जीवन पर पूरी सही उतरती है क्योंकि बचपन में बेजोस एक स्क्रूड्राइवर लेकर अपना पालना खोलने की कोशिश करते रहते थे । जब वह थोड़े बड़े हुए तो बिजली के उपकरणों में रुचि लेने लगे । उनके भाई कमरे में बगैर उनकी जानकारी के ना आये इसके लिए उन्होंने एक इलेक्ट्रॉनिक अलार्म बनाया । चौथी क्लास में थे तो उनके स्कूल में मेनफ्रेम कंप्यूटर आया । बेजोस लाइए अवसर कैसे छोड़ देते हैं । क्योंकि किसी टीचर को कंप्यूटर चलाना नहीं आता था इसलिए भेजो और उनके साथियों ने मैनुअल पढ़ पढ़ कर उसे चलाना सिखा । तब कौन जानता था कि आगे चलकर में कंप्यूटर पर ऑनलाइन रिटेल की क्रांति शुरू करने वाले हैं ।

नए-नए विचार आना 

कंप्यूटर साइंस के विशेषज्ञ बेजोस पढ़ाई पूरी करके न्यूयॉर्क में फंड मैनेजर बन गए । अप्रैल 1994 में 1 दिन नेट सर्फिंग के दौरान उन्हे पता चला कि नेट का उपयोग करने वालों की संख्या हर साल 23% की दर से बढ़ रही है । पलक झपकते ही उनके मन में विचार आया क्यों ना ऑनलाइन बिजनेस शुरू किया जाए । इस विचार को साकार करने के लिए उन्होंने अच्छी खासी नौकरी छोड़ दी । ये बहुत बड़ा जोखिम लिया । खासतौर पर तब जब उनकी नई नई शादी हुई थी । अब सवाल यह था कि नेट पर बेचा क्या जाएगा । गहरे विचार मंथन के बाद आखिरकार बेजोस ने पुस्तकों को बेचने के लिए चुना और बाकी का इतिहास सभी जानते हैं ।

किस तरह से कंपनी की स्थापना की

उन्होंने जुलाई 1994 में अपनी कंपनी की स्थापना की और 1995 में उनकी वेबसाइट शुरू हो गई । बेजोस पहले तो उसका नाम कैडेब्रा डॉट कॉम रखना चाहते थे । लेकिन 3 महीने बाद उन्होंने इसका नाम बदलकर amazon.com कर दिया । उन्होंने संसार की सबसे बड़ी नदी अमेजॉन का नाम इसलिए चुना क्योंकि वे संसार के सबसे बड़े ऑनलाइन बुक सेलर बनना चाहते थे । उनके वेबसाइट ऑनलाइन बुक स्टोर के रूप में शुरू हुई । लेकिन बाद में यहां डीवीडी, सीडी सॉफ्टवेयर, वीडियो गेम्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, फर्नीचर खिलौने और आभूषण बिकने लगे ।
                अमेजॉन कंपनी गेरेज से शुरू हुई थी । तब उनके पास केवल 3 कंप्यूटर थे । ऑनलाइन बिक्री का सॉफ्टवेयर बेजोस ने बनाया और $300000 के शुरुआती पूजी  उनके माता पिता ने लगाईं  । कंपनी की स्थापना के वक्त उनके पिता ने उनसे पहला सवाल पूछा था इंटरनेट क्या होता है । उनकी मां ने बाद में कहा हम इंटरनेट पर दांव नहीं लगा रहे थे । हम तो उस बेजोस पर दांव लगा रहे थे । माता-पिता का यह विश्वास शत प्रतिशत सही साबित हुआ, और अमेजॉन के 6% शेयर के मालिक होने के कारण सन 2000 में उनके माता-पिता और अरबपति बन गए।

किस तरह का रहा उनका संघर्ष

16 जुलाई 1995 को जैफ बेजॉस ने अपनी वेबसाइट पर पुस्तकें बेचना शुरू कर दिया । पहले ही महीने में अमेजॉन ने अमेरिका में 50 राज्यों और 45 दूसरे राज्यों में पुस्तके बेची ले । लेकिन यह काम आसान नहीं था जमीन पर घुटनों के बल बैठकर किताबों को पेक करना पड़ता था । और पार्सल देने के लिए भी खुद जाना पड़ता था ।
         किताबों की पैकिंग करते समय एक दिन जब जैफ बेजॉस ने अपने साथी से पूछा, तुम्हें पता है हमें इस काम को आसान बनाने के लिए क्या करना चाहिए । साथी ने जवाब दिया "हां घुटनों के नीचे तकिया रख लेना चाहिए"  जैफ बेजॉस हस पड़े और अगले ही दिन उन्होंने कुछ टेबले खरीद ली । ताकि उन पर किताबों की पैकिंग की जा सके । जैफ बेजॉस की मेहनत रंग लाई सितंबर तक यह $20,000 की बिक्री होने लगी ।

उनकी जिंदगी का टर्निंग प्वाइंट कब आया

2007 का अमेजन डॉट कॉम ऑनलाइन बिक्री का सबसे स्थापित ब्रांड बन चुका था । लेकिन कंपनी के इतिहास में महत्वपूर्ण मोड़ नवंबर 2007 में आया । जब अमेजॉन ने अमेज़न किंडल नामक इबुक रीडर बाजार में उतारा ।  जिसके जरिए से किताब को तुरंत डाउनलोड करके पढ़ा जा सकता था । ऐसे कंपनी को बहुत लाभ हुआ । इससे एक तो कंपनी मे कैंडल के बिक्री बढी दूसरे किंडल फॉरमैट में पढ़ी जाने वाली किताबों की बिक्री भी बढ़ गई । ग्राहकों के लिए भी यह बहुत सुविधाजनक था । जो कि अब उन्हें किताबों के आने का इंतजार नहीं करना पड़ता था और मनचाहे किताबें मिनटों में उनके पास आ जाते थे ।
     किंडल की सफलता बहुत ही अच्छी थी । किंडल रीडर की बदौलत अमेजॉन ने अमेरिका के 95% बाजार पर कब्जा कर लिया । किंडल कंपनी के लिए बहुत फायदेमंद साबित हुआ, क्योंकि इससे किताबों की शॉपिंग की झंझट बच गया और खर्च बचा ।

जैफ बेजॉस की सफलता के मंत्र

नया काम करें

नया काम करना सफल होने का सबसे आसान रास्ता है । जैफ बेजॉस की सफलता का मूलमंत्र यही है उन्होंने पुस्तकों का ऑनलाइन सेलिंग का नया काम लिया । यहीं नहीं इसके बाद में नए काम करते चले गए । अपनी वेबसाइट पर उन्होंने नई चीजों को जोड़ा जैसे कि वन क्लिक शॉपिंग ग्राहक समीक्षा और ईमेल ऑर्डर वेरीफिकेशन इत्यादि । जैफ बेजॉस ने कहा था विकास ना करना खतरनाक होता है
      उन्होंने लगातार नया विचार और विकास के बीच और अपने कर्मचारियों को नया काम करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं । कई नए काम कारगर होते हैं तो कोई असफल भी हो जाते हैं । उनके अनुसार हम बहुत ही अंधेरे रास्तों पर आगे बढ़ते हैं और कभी-कभार हम ऐसी चीजें खोज लेते हैं जो सचमुच काम करती हैं। किडल रीडर के माध्यम से इबुक्स की बिक्री जैफ बेजॉस का एक नया विचार है । जिसके पुस्तक उद्योग में क्रांति कर दी और अमेजॉन को शिखर पर पहुंचा दिया ।

कम मार्जिन और ज्यादा वॉल्यूम की नीति पर काम करना

मार्जिन यानी कि मुनाफा । अगर ₹10 की लागत के सामान को अगर आप ₹11 में बेचते हैं तो मार्जिन कम है । अगर आप उसे ₹15 में बेचते हैं तो मार्जिन ज्यादा है । ज्यादातर सफल कंपनियां कम मार्जिन और ज्यादा वाल्यूम की नीति पर काम करती हैं । अमेजॉन की नीति भी यही है । जैफ बेजॉस का भी यही मानना है कि ज्यादा मार्जिन से आदमी आलसी बन जाता है । कम मार्जिन पर सफल होने के लिए आपको मशक्कत करनी पड़ती है । कार्य कुशल बनना पड़ता है ।
      अमेजॉन ने लागत कम करने और कार्यकुशलता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया था । ग्राहकों को कम कीमत में समान मिल सके । इस नीति से फायदा यह होता है कि अधिक ग्राहक आकर्षित होते हैं । और ग्राहक बार-बार सामान खरीदते हैं । मौखिक प्रचार भी होता है और कंपनी की अच्छी छवि भी बन जाती है । कम मार्जिन नीति की बदौलत ही अमेजॉन ने इतना बड़ा कारोबार खड़ा कर लिया है । शुरुआत में जब जैफ बेजॉस ने जो बिजनेस प्लान किया उसमें उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि 5 साल तक कंपनी का मुनाफा नहीं होगा । वाकई कंपनी को पहला मुनाफा 2001 में ही हुआ जैफ बेजॉस ने इस बात को बड़ी दिलचस्प अंदाज से व्यक्त किया है हम मुनाफे में है या नहीं यह हमारे ग्राहकों की समस्या नहीं है हम अपनी अक्षमता के लिए अपने ग्राहकों की जेब नहीं काटेंगे ।

ग्राहक सेवा पर ध्यान केंद्रित करें

कारोबार में कहा जाता है कि ग्राहक पहले नंबर पर आता है लेकिन अधिकतर कंपनियों में काम इसके विपरीत होता है  । हमेशा जैफ बेजॉस ने ग्राहक सेवा को सर्वोपरि माना है । जैफ बेजॉस मानते हैं कि ग्राहक से अधिक महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं होता इसलिए वह कम मार्जिन की नीति पर चलते हैं, क्योंकि अधिक मार्जिन से ग्राहक असंतोष महसूस करते हैं ।
          जैफ बेजॉस की नजर में ग्राहक सेवा ही आम इंसान की सफलता का सबसे बड़ा कारण है । इसकी बदौलत हमने पिछले 6 सालों में इंटरनेट पर हमारे साथियों से बेहतर प्रदर्शन किया है । हमने लेजर की तरह ग्राहक अनुभव पर ध्यान केंद्रित किया है । उन्होंने अमेजॉन पर बिकने वाले सामान की संख्या भी इसलिए बढ़ाएं ताकि ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा सेवा प्रदान कर सके । उन्होंने कहा है amazon.com ई-कॉमर्स कि वह मंजिल बनाना चाहती है जहां ग्राहक को हर तरह चीज मिल जाए जो भी ऑनलाइन खरीदना चाहते हैं ।

मौखिक प्रचार पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करना 

जैफ बेजॉस ने अमेजॉन शुरू किया था तब उनके पास मार्केट बजट नहीं था । इसलिए विज्ञापन देने का कोई प्रश्न नहीं उठता था । बाद में उन्होंने सोचा कि सबसे अच्छा विज्ञापन यही है कि ग्राहक अपने मित्रों और परिचितों के सामने उनकी प्रशंसा करें ।
      जैफ बेजॉस ये बात अच्छी तरह जानते थे कि उनकी कंपनी ग्राहको के मौखिक प्रचार से ही सफल हो सकती है । उन्होंने कहा यदि आप बेहतरीन अनुभव प्रदान करते हैं तो ग्राहक एक दूसरे को इसके बारे में बताते हैं । वह  प्रचार बहुत शक्तिशाली होता है । इसलिए जैफ बेजॉस अपने प्रोडक्ट और सेवा को इतना उत्कृष्ट बनाया के ग्राहक इसकी प्रशंसा तथा मौखिक प्रचार करने लगे ।

अगर सफल होना है तो दीर्घकालीन सोच रखें 

जैफ बेजॉस कहते हैं कि अगर आप दीर्घकालीन सोच पर काम के बारे में सोचते हैं तो जीवन संबंधी अच्छे निर्णय ले सकते हैं । जिन पर आपको बहुत ही अफसोस नहीं होगा । जैफ बेजॉस हमेशा दीर्घकालीन सोच और न्यूनतम पश्चाताप की नीति का पालन किया है । कोई भी नया काम करते वक्त तत्कालीन नुकसान के बारे में नहीं सोचते हैं । जैफ बेजॉस दूरदर्शिता का इस्तेमाल करते हैं वो लम्बे समय के बारे में सोचते हैं, भले ही निकट भविष्य में नुकसान हो जाए ।
        जब जैफ बेजॉस नौकरी छोड़कर ऐमेज़ॉन शुरू करने के बारे में सोच रहे थे तब उन्होंने न्यूनतम पश्चाताप की नीति के आधार पर निर्णय लिया । उन्होने सोचा भले ही 80 साल की उम्र में उन्हें नौकरी छोड़ने का अफसोस नहीं होगा । लेकिन इस बात का अफसोस जरूर होगा कि उन्होंने ऑनलाइन गोल्ड रश का फायदा नहीं उठाया । उन्होंने बाद मे कहा मैं जानता था कि यदि मे नकामयाब रहा तो मुझे उसका अफसोस नहीं होगा । लेकिन मैं यह बात अच्छी तरह जानता था कि कोशिश ना करने पर अफसोस हमेशा रहेगा । इसलिए उन्होंने कोशिश कर दी और सफलता उनके शिखर पर पहुंच गई ।
Amazon.com के संस्थापक जेफ़ बेज़ोस की सफलता के मंत्र क्या है


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