अंकुरित गेहूं का रस पीने के क्या फायदे हैं और इससे किन किन बीमारियों का इलाज किया जा सकता है || What Are the Benefits of Sprouted Wheat Juice For Health

अंकुरित गेहूं का रस पीने के क्या फायदे हैं और इससे किन किन बीमारियों का इलाज किया जा सकता है || What Are the Benefits of Sprouted Wheat Juice For Health

औषधियों के मुकाबले प्राकृतिक चिकित्सा ज्यादा बेहतर होती है । क्योंकि रोगों का उपचार करने में इससे कोई नुकसान नहीं पहुंचता । और इसके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होते । जड़ी बूटियों के प्रयोग से रोगों के खिलाफ शरीर की वृद्धि प्रकृतिक प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है । अंकुरित गेहूं के सेवन से न केवल तमाम रोगों से छुटकारा मिलता है बल्कि कई तरह की रोगो का रोकथाम भी किया जा सकता है ।

अंकुरित गेहूं का रस पीने के क्या फायदे हैं और इससे किन किन बीमारियों का इलाज किया जा सकता है || What Are the Benefits of Sprouted Wheat Juice For Health

अंकुरित गेहूं का रस पीने के क्या फायदे हैं और इससे किन किन बीमारियों का इलाज किया जा सकता है 

गेहूं के अंकुरित का रस पीने के फायदे Benefits of Sprouted Wheat Juice

1. गेहूं की अंकुरी मानव को स्वस्थ रखने में प्रकृति का श्रेष्ठतम वरदान है ।
2. यह एक प्रकार का प्राकृतिक आहार है । इसमें रोगनाशी और पोषक तत्व विटामिन खनिज और एंजाइम प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं ।
3. यह मानव शरीर की प्राकृतिक रोग प्रतिरोधी क्षमता में भी वृद्धि करता है
4. गेहूं की नौकरी में पाई जाने वाली क्लोरोफिल मानव रक्त में मौजूद हेमिम से काफी मिलती-जुलती है और इसीलिए आहार शास्त्री इसके रस को हरा रक्त कहते हैं ।
5. गेहूं की अंकुरी के रस से कैंसर तक का इलाज करना संभव है
6. इसके नियमित सेवन से शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है आंखों में अनूठी चमक आती है गालों पर लाली छा जाती है और त्वचा जवान अपने लगती है ।
7. गेहूं के अंकुरित रस पीने से खून में हीमोग्लोबिन का स्तर भी बढ़ा देती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर देती है ।
8. 100 मिलीग्राम शुद्ध गेहूं के अंकुरित रस ढाई किलो पोषक सब्जियों के बराबर होती है ।
9. एक स्वास्थ्य सामान्य पुरुष के लिए 100 मिली शुद्ध गेहूं की अंकुरी का रस पर्याप्त होता है ।
10. गेहूं की अंकुरी का रस सुबह तड़के खाली पेट सेवन से अधिकतम लाभ पहुंचता है ।
11. गेहूं की अंकुरी से विभिन्न रोगों का उपचार कैसे किया जाता है ।

12. दुनिया भर में अलग-अलग देशों में तमाम शोध केंद्रों में अंकुरी चिकित्सा के प्रयोग किए गए हैं । यहां कुछ ऐसे रोगों की सूची दी जा रही है जिनके उपचार में अंकुरित चिकित्सा कार्य कर रही है ।

 

हृदय और रक्त संबंधी रोग Benefits of Sprouted Wheat Juice

एनीमिया हाई ब्लड प्रेशर एथिरोस्लेरोसिस, आंतरिक हेमरेज इत्यादी। गेहूं की अंकुरी का रस रक्ताल्पता की अचूक औषधि है । यह रोग अन्य साधारण उपचारों से बेअसर रहता है । लेकिन रक्त अल्पता के तमाम रोगियों का अंकुरी के रस से सफलतापूर्वक उपचार किया जाना संभव हो गया है ।

स्वसन तंत्र के रोग Benefits of Sprouted Wheat Juice

साधारण सर्दी, दमा, ब्राॅन्काइटिस । गेहूं के अंकुरी के रस के सेवन से साधारण सर्दी आमतौर पर चार-पांच दिन में छूमंतर हो जाती है । लेकिन पुरानी सर्दी के भी अनेक मामलों में अंकुरी के रस के माध्यम से सफलतापूर्वक उपचार किया जा सकता है । दमा एक भयानक और जड़ता दाई रोग है जिसमें पारस्परिक औषधियां आज तक सकारात्मक जवाब नहीं दे पाई है। लेकिन अंकुरी चिकित्सा के द्वारा दमे का उपचार भी संभव हो सकता है ।

अंकुरित गेहूं का रस पीने के क्या फायदे हैं और इससे किन किन बीमारियों का इलाज किया जा सकता है || What Are the Benefits of Sprouted Wheat Juice For Health
 What Are the Benefits of Sprouted Wheat Juice For Health

 

पाचन तंत्र के रोग

पाचन तंत्र के रोगों में गेहूं की अंकुरी के रस के अलावा दूसरा कोई बेहतर और प्रभावी उपचार नहीं है । कब्ज अपच, मरोड़, मिचलाहट, कै, खट्टी डकार, पेट और आंतों में अल्सर होना, आंतों में सूजन हो जाना, मधुमेंह, गले में दर्द और सूजन तथा पेट के कीड़े इन सभी बीमारियों में अंकुरी का रस रामबाण उपाय है ।

कब्ज

कब्ज के शिकार लोग गेहू की अंकुरी को भली प्रकार चबाते हुए कुछ देर बाद लुग्दी को निगल जाए । तो लाभ होगा । अगर इसके रस में पत्ता गोभी का रस मिला देने से पेट और अंत के अल्सर के रोगियों को भी जल्दी आराम मिलता है ।

दांत और मसूड़ों की तकलीफे

दांतों में छेद होना, हिलते दांत, मसूड़ों का सेप्टिक होना, मसूड़ों में अल्सर और मसूड़ों से खून आना दांतों और मसूड़ों से रिलेटेड  सभी तरह की बीमारियों में गेहूं की अंकुरी का रस अधिक प्रभावशाली है ।

जोड़ों के रोग

जोड़ों में सूजन होना, जोड़ों में दर्द होना,  ओस्टियो आर्थराइटिस और अस्थि भंगुड़ता शरीर के जोड़ों के रोगों के उपचार में गेहूं के अंकुरित चिकित्सा लंबे समय तक धैर्य पूर्वक चलानी होती है । परिणाम धीरे-धीरे सामने आते हैं और सफल भी होते हैं ।

चर्म रोग

एक्जिमा, मुंहासे छाइयां, छाले छूट और चक्र और किसी जीवो का काट लेना और जलने से त्वचा में कोई क्षति, ये सभी चर्म रोग की श्रेणी में आते हैं । गेहूं के अंकुरित इन सभी रोगों में काफी प्रभावशाली होता है । रोगी को ना सिर्फ इसका सेवन करना चाहिए बल्कि प्रभावी जगहों पर आहिस्ता आहिस्ता इसका लेप करना चाहिए । घाव और छिलो पर इसे लगाने से बहुत ही सकारात्मक लाभ मिलते हैं ।

गुर्दे के रोग

पथरी, मूत्राशय में जलन और गुर्दो में जलन होने पर गेहूं के अंकुरित रस से चिकित्सा के उत्साहवर्धन परिणाम मिलते हैं । अगर इसके साथ ही चुंबकीय जल का सेवन किया जाए तो बेहतर परिणाम देखने को मिलते हैं ।

कुछ अन्य रोग

दुर्बलता, अनिद्रा, सिर दर्द, ज्वार आदि जैसे उपचार गेहूं की अंकुरी के रस का सेवन से अवश्य संभव है ।इसके अलावा यह पद्धति उन तमाम रोगों में भी लाभप्रद है जिनका यहा उल्लेख नहीं हुआ है । इसलिए उन रोगों के उपचार में भी यह प्रकृति लाभप्रद साबित हुई है ।

सेवन करते हुए विशेष सावधानियां कौन सी रखनी चाहिए ।

इस रस के सेवन के 15 मिनट पहले और 15 मिनट पश्चात कुछ भी खाना या पीना नहीं चाहिए । क्योंकि अंकुरी का रस और चुकंदर का रस शुरुआत में कम मात्रा में यानी कि 75 ml में ही सेवन करना चाहिए । और धीरे-धीरे इसकी खुराक बढा दे । उसके सेवन करने में शुरुआत में कुछ दिक्कतें पैदा हो सकती हैं ।मसलन मितली आना, सर्दी, दस्त, ज्वर ऐसी कुछ मुश्किलें आ सकती हैं । इन तकलीफों से घबराने की जगह की जरूरत नहीं होती पर यदि तकलीफ 3 दिनों मे भी ठीक ना हो तो रस का सेवन तुरंत ही बंद कर देना चाहिए । और तकलीफ से दूर होने के बाद दोबारा सेवन करना शुरू करना चाहिए ।

अंकुरित गेहूं का रस पीने के क्या फायदे हैं और इससे किन किन बीमारियों का इलाज किया जा सकता है || What Are the Benefits of Sprouted Wheat Juice For Health

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