नौकरी की प्रतियोगिता में असफल होने पर पत्र Sympathy Letter Format
अपना पता
दिनांक
प्रिय राजन
आज दोपहर के समय जतिंदर का पत्र प्राप्त हुआ। पत्र द्वारा पता चला कि तुमने जिस पद के लिए प्रतियोगिता में भाग लिया था। उसमें तुम्हें सफलता नहीं मिल सकी है। परंतु सफलता और असफलता तो जीवन में हार जीत बनकर चलती ही रहती है। बुद्धिमान व्यक्ति ना तो जीत से अधिक प्रसन्न होते हैं और ना ही हार से अधिक दुखी होते हैं।
पहले मुझे सुनकर विश्वास ही नहीं हुआ था कि तुम किसी प्रतियोगिता में भाग ले रहे हो। तुम जैसे निर्भीक व्यक्ति का प्रतियोगिता में भाग लेना विश्वास करने की बात नहीं है। परंतु हो सकता है इधर परिस्थितियों ने तुम्हें यह सब करने के लिए बाध्य कर दिया हो। फिर भी मुझे पूरा विश्वास है कि तुम इस असफलता की जरा भी परवाह नहीं करोगे और जीवन के पथ पर उसी उत्साह तथा उमंग के साथ आगे बढ़ते रहोगे।
तुम्हारा मित्र
रवि
उत्तर में पत्र Sympathy Letter
अपना पता
दिनांक
प्रिय मित्र रवि
तुम्हारा पत्र प्राप्त हुआ। मैं जिस प्रतियोगिता में भाग ले रहा था उसमें असफल होने का दुख तो मुझे भी है। लेकिन ऐसी असफलताएं तो जीवन में ना जाने कितनी बार आती ही रहती है। तुम्हारा पत्र मेरे अंधकार पूर्ण हृदय में एक हल्की सी दीपक की लौ लेकर आया है।
इस निराशा पूर्ण जीवन में किसी अपने व्यक्ति से सहानुभूति भरे शब्द पाकर ही कितनी शीतलता छा जाती है। इसका इस समय में अनुभव कर पा रहा हूं। मुझसे भी तुम यही आशा कर सकते हो मुझे विश्वास है कि एक दिन अवश्य सफल हो पाऊंगा। आप से सब कुशल है।
तुम्हारा
राजन
नौकरी छूटने पर पिता का पुत्र को पत्र Sympathy Letter Format
अपना पता
दिनांक
प्रिय पुत्र
सुखी रहो। आज तुम्हारी माता जी से पता चला कि बहु रानी की कोई चिट्ठी उनके पास आई थी। उसमें लिखा था कि तुम किसी कारण बस अपने पद से हटा दिए गए हो। इस समय ऐसी आपत्ति के सिर पर आ जाने से तुम्हारा मस्तिष्क परेशानी में अवश्य आ गया होगा। परंतु चिंता करने की कोई बात नहीं है। अच्छे बुरे दिन मनुष्य के जीवन में आते ही रहते हैं और मनुष्य वही है जो उनका धैर्य से सामना करें।
तुम् एक निर्भीक पिता की संतान हो। जिसने जीवन में कठिन से कठिन आपत्ति आने पर भी झुकना नहीं सीखा। मुझे विश्वास है कि तुम कोई भी ऐसा काम नहीं कर सकते जो तुम्हारे पिता और परिवार के लिए शर्म का काम हो।
तुम्हारे चरित्र को मैंने तपा तपा कर कुंदन बनाया है और उसमें मेल के लिए कोई स्थान नहीं है। तुम बिना हिचक यहां चले आओ। हम तुम्हारे विभाग के उच्च अधिकारियों को लिखकर तथा उनसे मिलकर मामले की पूरी जांच करवाएंगे। तुम्हारे लिए कोई लज्जा अथवा भय का कारण नहीं है. पत्र मिलते ही तुरंत यहां चले आना.
तुम्हारा शुभचिंतक पिता
विश्वमोहन
उत्तर में पत्र Sympathy Letter Format
अपना पता
दिनांक
आदरणीय पिताजी
सादर चरण स्पर्श
आपका कृपा पत्र प्राप्त हुआ। पत्र को पढ़कर एक सप्ताह से मस्तिष्क में घूमने वाली परेशानी से शांति प्राप्त हुई। नौकरी छूटने की मुझे किंचित भी चिंता नहीं है। पर पिताजी जी दुख इस बात का है कि मेरी सत्य बात को असत्य माना गया। मेरे सामने ऐसी परिस्थिति पैदा कर दी गई कि यदि मैं उसमें बह जाता तो लाखों रुपए की आय हो सकती थी।
परंतु मस्तिष्क ने वैसा करने के लिए अनुमति नहीं दी। मैं वह सब कुछ नहीं कर सका इसका परिणाम यह हुआ कि मुझे सभा में अछूतमान लिया गया। एक लंबे काल तक मेरे विरोध कितने हि षड्यंत्र रचने के प्रयास होते रहे। परंतु सफलता ना मिल सकी। मेरे काम में कोई कमी निकालना उनके सामर्थ्य की बात नहीं थी। परंतु यहां बराबर जल में मगरमच्छ से बैर लेकर रहने की सी हो गई थी।
मेरे पास अपने केस को साबित करने के लिए पूरी सामग्री उपलब्ध है। अपने विभाग के सेक्रेटरी तथा मंत्री महोदय के पास में एक पत्र लिख चुका हूं। यदि इन महानुभावों ने सहानुभूति पूर्वक इस केस पर ध्यान न दिया तो मुझे मजबूर होकर न्यायालय की शरण लेनी पड़ेगी। मैं बहुत शीघ्र आपकी आज्ञा का पालन करने घर वापस आ जाऊंगा
आपका आज्ञाकारी
नरेश
Read More
- बैंक खाते के मोबाइल नंबर बदलवाने के लिए पत्र || Bank Application
- पढाई के लिए बैंक से ऋण प्राप्ति के लिए आवेदन पत्र || letter for study loan
- आवेदन पत्र या प्रार्थना पत्र क्या होते हैं लिखते समय किन किन बातों का ख्याल रखना चाहिए ।
- Bank Related Letter Format- बैंक संबंधी पत्र
- Invitation Letters in Hindi-मनोरंजन संबंधी निमंत्रण पत्र
- लिखित परीक्षा और साक्षात्कार की सूचना देने के लिए पत्र
- रिक्त पदों की भर्ती हेतु सूचना जारी करने के लिए संचार माध्यमों से पत्र व्यवहार – Correspondence Through Media to Release Information for the Recruitment of Vacant Posts
- परीक्षा में फेल होने पर सहानुभूति पत्र (Sympathy Letter) | सहानुभूति पत्र कैसे लिखे
0 Comments