खरबूजे के फायदे || Health Benefits of Melon

खरबूजे के फायदे || Health Benefits of Melon

खरबूजे के फायदे :- खरबूजा गर्मियों के दिनों का एक महत्वपूर्ण फल है। गर्मियों के दिनों में जितनी अधिक गर्म वायु चलती है। खरबूजा उतना अधिक मीठा होता है।  विभिन्न प्रदेशों में खरबूजे की विभिन्न किस्में पैदा होती है। उत्तर प्रदेश में लखनऊ के आसपास पैदा होने वाला खरबूजा अपना एक विशेष महत्व रखता है। पूर्वोत्तर उत्तर प्रदेश पंजाब और हरियाणा में एक विभिन्न प्रकार का हरे अथवा पीले रंग का मोटे छिलके का खरबूजा पैदा होता है।  जबकि लखनऊ के आसपास पैदा होने वाले खरबूजे का छिलका पतला और पीला होता है। खरबूजे के ऊपर स्पष्ट धारियां होती हैं। ऐसा माना जाता है, कि भगवान विष्णु ने इसे अपने दोनों हाथों में ग्रहण किया था, तो उस पर यह धारियां बनी इन्हीं धारियों के आधार पर खरबूजे को काट कर खाया जाता है।

Health Benefits of Melon




खरबूजे के काटने पर उसके अंदर एक बारी झिल्ली में लिपटे हुए बीच होते हैं। खरबूजा अंदर से लाल पीला अथवा भूरे रंग का निकलता है। खरबूजे में विटामिन सी की मात्रा भी काफी होती है।

खरबूजे के बीज छीलकर खाने से काम में लाए जाते हैं। अन्य गिरियो के समान बाजार में ही काफी महंगे बिकते हैं। बीजों का उपयोग गर्मियों में ठंडाई और मिठाई आदि बनाने में किया जाता है। खरबूजे के बीज खाने में स्वादिष्ट और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं।

 खरबूजा कब और कैसे खाना चाहिए

खरबूजे को खाने से पूर्व आम की तरह ठंडा करके खाने से लाभ होता है। खरबूजा खाने का सबसे अच्छा समय भोजन के बाद मीठे फल के रूप में प्रयोग करना सही रहता है।  वैसे यदि भोजन के 2 या 3 घंटे बाद तथा सायं काल के नाश्ते के समय खरबूजा खाना हो, तो उसके बाद चीनी तथा शक्कर का शरबत पीना आवश्यक है। उसके बिना पित्त कुपित हो जाता है। खरबूजे के साथ अथवा उसके बाद दूध पीना हानिकारक है। गर्मियों के दिनों में खरबूजे के बाद यदि शरबत का नियमित प्रयोग किया जाए तो पूरे वर्ष मूत्र संबंधी रोगों से बचा जा सकता है। मूत्र खुलकर आने से व्यक्ति गुर्दे के रोगों से बचा रहता है। और गुर्दे में पथरी होने की संभावना समाप्त हो जाती है।



 खरबूजा खाकर शरबत पीने से शरीर में तृप्ति अनुभव होती है। प्यास शांत होती है। मूत्र खुलकर आता है।

कब्ज

खरबूजा ऐसे मौसम में और इतनी अधिक मात्रा में पैदा होता है। कि प्रायः अमीर गरीब सभी को सरलता पूर्वक उपलब्ध होता है। इस के मौसम में सही ढंग से प्रयोग और नियमित रूप से खाने से अनेक रोग दूर होते हैं।  कब्ज दूर होता है। कब्ज दूर होने से शरीर में शक्ति बढ़ती है। और पेट में विद्यमान विशेष गर्मी तथा अन्य खराब या दूर होती हैं।

 पीलिया

पीलिया के रोगियों के लिए भी खरबूजा उपयोगी है। क्योंकि शरीर का पित्त प्रकोप मूत्र के द्वारा निकल जाता है।

चेहरा चमकने लगता है

स्किन में कनेक्टिव टिशू पाए जाते हैं। खरबूजे में पाया जाने वाले कोलाजन प्रोटीन इन कनेक्टिव टिशू में कोशिका की संरचना को बनाए रखता है। कोलाजन से जख्म भी जल्दी ठीक होते हैं और त्वचा को मजबूती मिलती है। अगर आप लगातार खरबूजा खाएंगे तो चेहरा चमकने लगेगा

कैंसर से बचाता है




खरबूजे में आर्गेनिक पिगमेंट केरोटीनाइड पाया जाता है, जो कैंसर से बचाने के साथ ही किसी भी तरह के कैंसर की संभावना को भी कम कर देता है।

दिल को सुरक्षित रखता है-

खरबूजे में एडेनोसीन नामक एंटीकोएगुलेंट पाया जाता है, जो ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है और खून का थक्का नहीं जमने देता है। इसीलिए इसके नियमित सेवन से दिल से संबंधित बीमारियां दूर ही रहती हैं।

पाचन से जुड़ी समस्याएं दूर करता है

खरबूजा कब्ज की समस्या दूर करता है। अगर आप पाचन की समस्या से जूझ रहे हैं, तो खरबूजा खाइए। खरबूजे में मौजूद पानी की मात्रा भोजन के पाचन में सहायक होती है। इसमें पाए जाने वाले मिनरल्स पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर कर पाचन प्रक्रिया दुरुस्त कर देते हैं।



जलोदर में खरबूजे के फायदे

जलोदर के रोगियों के लिए भी इसका मूल गुण लाभकारी सिद्ध होता है। मूत्र खुलकर आने से अतिरिक्त जमा तरल काफी मात्रा में निकल जाता है।

 जिगर के लिए

पाचक गुण के कारण जिगर की सूजन समाप्त करने में खरबूजा सहायक माना जाता है।

 सावधानियां

  • खरबूजा ठंडा करके खाना चाहिए।
  • अधिक खरबूजा खाने से पित्त बढ़ता है। और जिगर को हानि होती है।
  • उचित मात्रा में खरबूजे का प्रयोग और उसके साथ सरबत लेना आवश्यक है। इससे नए रक्त का निर्माण होता है। शरीर में बल और शक्ति की वृद्धि होती है। शरीर में एक विशेष प्रकार की चेतना आती है।
  • उचित मात्रा से अधिक खरबूजा खाने से आते कमजोर होती हैं। और गर्मियों के अन्य प्रयोग शरीर को घेर लेते हैं। उनमें हैजा प्रमुख है।  हैजा के दिनों में अधिक खरबूजा खाना हानिकारक है।
  • जो लोग गर्म प्रकृति और स्वभाव के हैं। वह यदि खरबूजे का अधिक प्रयोग करते हैं। तो उनकी आंखें दुखने लग जाती हैं।
  • अधिक खरबूजा खाने से पित्त प्रकोप बढ़ता है। शरीर में फोड़े फुंसियां निकल आती हैं।
  • कच्चा खरबूजा खाना हानिकारक है। परंतु घीया, कद्दू, और लौकी की तरह उसे छीलकर उसकी सब्जी बनाई जा सकती है।




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