मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) सबसे बड़ी हैमबर्गर फास्ट फूड चैन Mcdonald’s Success Story in Hindi
Mcdonald’s Success Story in Hindi:- मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) कारपोरेशन फास्ट फूड जिस तरह कि संसार में सबसे बड़ी चेन है। 119 देशों में मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) के 32,000 के से ज्यादा रेस्तरां है। और आप जानते हैं, यहां हर दिन कितने ग्राहक आते हैं? हर दिन लगभग 7 करोड लोग। इस पूरे संसार में अंटार्कटिका ही एकमात्र महाद्वीप है, जहां मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) चैन नहीं है। मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) में मुख्यतः हैमबर्गर, फ्रेंच फ्राइस, सॉफ्ट ड्रिंक, आज बेचे जाते हैं। कंपनी का मुख्यालय ऑक ब्रुक, इलिनॉय, अमेरिका में है और एंड्रयू जे. मैंकेना इसके चेयरमैन है, मैकडॉनल्ड्स में 400000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं ।2011 में इसकी बिक्री 24.075 अरब डॉलर थी। और मुनाफा 4.946 अरब डॉलर।
संसार का छठा सबसे मूल्यवान ब्रांड है मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s)
Mcdonald’s Success Story in Hindi:- मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) की सफलता के मंत्र क्या है (Mcdonald’s Success Story in Hindi)? 53 वर्षीय रे क्रॉक द्वारा स्थापित इस कंपनी में ऐसी कौन सी अनोखी बात थी? जिसकी बदौलत या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इतनी सफल हुई? रे क्रॉक ने ऐसा क्या किया जिसकी वजह से उन्हें फास्ट फूड का पितामह कहा जाता है? मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) ने हैमबर्गर जैसी छोटी चीज से पूरे विश्व में धूम कैसे मचाई। मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) की लोकप्रियता का राज क्या है? जो आज इंटरप्लांट द्वारा सारी सर्वश्रेष्ठ ग्लोबल ब्रांड की सूची में इसका नाम छठे स्थान पर है और इसके ब्रांड का मूल्य 35.593 अरब डॉलर आंका गया है ?
रे क्रॉक (Ray Kroc) कौन थे
Ray Kroc Biography in Hindi :-रेमंड अल्बर्ट रे क्रॉक (Ray Kroc) (5 अक्टूबर, 1902 – 14 जनवरी, 1984) एक अमेरिकी फास्ट-फूड टाइकून थे। वह 1954 में कैलिफोर्निया की कंपनी मैकडॉनल्ड्स में शामिल हो गए, जब मैकडॉनल्ड भाइयों ने सैन बर्नार्डिनो में अपने मूल स्थान से 1940 में 6 स्थानों को फ्रेंचाइज़ किया था। इसने ray क्रोक की मदद से राष्ट्रीय विस्तार के लिए मंच तैयार किया, जो अंततः एक वैश्विक मताधिकार के लिए अग्रणी था, जो इसे दुनिया का सबसे सफल फास्ट फूड कॉर्पोरेशन बनाता है। क्रोक को टाइम 100 में शामिल किया गया था: सेंचुरी के सबसे महत्वपूर्ण लोग, और अपने जीवनकाल में एक मिलियन डॉलर को प्राप्त किया। उन्होंने 1974 में अपनी मृत्यु तक सैन डिएगो पैड्रेस बेसबॉल टीम का मालिक थे.
रे क्रॉक (Ray Kroc) बचपन के सबक:
जब रे क्रॉक (Ray Kroc) 4 साल के थे, तो उनके पिता उन्हें एक फ्रेनोलॉजिस्ट के पास ले गए। उन्होंने रे क्रॉक (Ray Kroc) सिर की जांच करके घोषणा की, कि यह बच्चा आगे चलकर या तो शेफ बनेगा या फूड इंडस्ट्री में जाएगा। उस वक्त उनके पिता को क्या मालूम था, कि यह लड़का आगे चलकर आधुनिक फास्ट फूड उद्योग की नींव रखेगा, और विश्व की नंबर वन फास्ट फूड चेन शुरू करेगा?
Ray Kroc को नायाब विचार कब आया
1954 में 52 वर्षीय सेल्समैन रे क्रॉक (Ray Kroc) मल्टी- मिक्सर बेचने का व्यवसाय कर रहे थे। एक दिन वह मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) रेस्तरां गए। जहां रिचर्ड और मॉरिस मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) नामक दो भाई हर ग्राहक को सिर्फ 8 सेकेंड में बर्गर दे रहे थे। वह एक बार में 40 मिल्क शेक बना रहे थे, लेकिन इसके बावजूद ग्राहकों की भीड़ कम नहीं हो रही थी। रे क्रॉक (Ray Kroc) को लगा, जैसे मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) भाइयों ने हेनरी फोर्ड की असेंबली लाइन तकनीकी रेस्तरां में लागू कर दी हो। self-service बर्तन साफ करने की कोई झंझट नहीं, क्योंकि प्लास्टिक की प्लेट से और पेपर नैपकिन का इस्तेमाल होता है। रे क्रॉक (Ray Kroc) के दिमाग में विचार आया, कि क्यों ना इसी तरह के रेस्तरां की चेन खोली जाए । उन्होंने मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) भाइयों को रेस्तरां चेन खोलने का सुझाव दिया। लेकिन जब वे लोग इसके लिए तैयार नहीं हुए, तो रे क्रॉक (Ray Kroc) ने यह काम खुद कर दिया। (Ray Kroc) के मन में आने वाला यही विचार मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) के विशाल साम्राज्य की बुनियाद है।
मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) कंपनी की स्थापना
मूल मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) रेस्तरां 15 मई 1940 को रिचर्ड और मॉरिस मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) नामक दो भाइयों ने सैन बर्नार्डिनो कैलिफोर्निया में खोला था। लेकिन वर्तमान मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) अपनी स्थापना 1955 से मानता है। जब रे क्रॉक (Ray Kroc) ने 15 अप्रैल 1955 को पहला मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) रेस्तरां शिकागो के उपनगर डेस प्लेन्स में खोला था। रे क्रॉक (Ray Kroc) ने मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) सिस्टम इंक नामक कंपनी बनाई और फ्रेंचाइजी खोलना शुरू किया। 1983 तक 32 देशों में 7, 778 रेस्तरां खोल चुके थे। 1984 में जब रे क्रॉक (Ray Kroc) की मृत्यु हुई, तो उनकी संपत्ति $500000000 से अधिक थी। उन्होंने कॉफी शॉप के सबसे लोकप्रिय व्यंजन हेमबर्गर के बूते पर आहार क्रांति का सूत्रपात कर दिया। रे क्रॉक (Ray Kroc) के समर्पण का अंदाजा उनके इसी कथन से लगाया जा सकता है। मैं ईश्वर परिवार और मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) में यकीन करता हूं। और ऑफिस में यह क्रम उलट जाता है।
रे क्रॉक (Ray Kroc) का शुरुआती संघर्ष
रे क्रॉक (Ray Kroc) ने कहा, अगर आप जोखिम नहीं ले सकते तो आपको कारोबार से बाहर निकल जाना चाहिए। रे क्रॉक (Ray Kroc) ने जब मैकडॉनल्ड्स बंधुओं से मैकडॉनल्स इस तरह की चैन खोलने के अधिकार लिए तो उन्होंने बहुत जोखिम का काम किया। उन्होंने खुद कहा था, अगर मैकडॉनल्ड्स असफल हो जाता, तो मेरे पास कहीं जाने की जगह नहीं बचती। जिस वक्त रे क्रॉक (Ray Kroc) ने मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) शुरू किया, उस समय वह ना सिर्फ 52 साल के थे, बल्कि उन्हें कई बीमारियां भी थी। उन्हें डायबिटीज थी। उनका गॉल ब्लैडर खराब हो चुका था। उनकी थायराइड ग्रंथि की हालत काफी खराब थी। और अर्थराइटिस बीमारी भी शुरू हो चुकी थी। शुरुआत में कम पूँजी की समस्याएं रही, क्योंकि बैंक वाले उन्हें लोन देने को तैयार नहीं थे, मैकडॉनल्ड्स के शुरुआती वर्ष बहुत संघर्ष में थे। और दरअसल यह तब तक संघर्ष करता रहा, जब तक 1965 में इसका आईपीओ स्टॉक मार्केट में लिस्ट नहीं हुआ।
रे क्रॉक (Ray Kroc) के के जीवन में महत्वपूर्ण मोड़
जब रे क्रॉक (Ray Kroc) के शुरुआती रेस्तरां चल निकले, तो वह खुश हुए बहरहाल अंदर से भी जानते थे, कि तकनीकी दृष्टि से मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) बंधु ही इनके मालिक हैं। रे क्रॉक (Ray Kroc) अपनी रेस्तरां की चैन को पूरी दुनिया में फैला कर सचमुच अमीर और मशहूर बनना चाहते थे। इसीलिए उन्होंने मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) बंधुओं से रेस्तरां चेन खरीदने का फैसला किया। उन्होंने डिक मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) से पूछा कि वे मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) फ्रेंचाइजी चेन के पूरे अधिकार कितने में बेचेंगे 2 दिन बाद भाइयों ने जवाब दिया $2700000। यह रकम इतनी ज्यादा थी, कि इसे सुनकर रे क्रॉक (Ray Kroc) के होश उड़ गए। और उनके हाथ से फोन छूट गया। सौदा बहुत महंगा था। और रे क्रॉक (Ray Kroc) के पास इतने पैसे नहीं थे, लेकिन आखिरकार रे क्रॉक नें अपने दिल पर पत्थर रखकर कर्ज लिया। और मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) भाइयों से रेस्तरां चेन खरीद ली। 1961 मे रे क्रॉक (Ray Kroc) मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) बंधुओं को एकमुश्त रकम देकर उनसे मैकडॉनल्ड्स के पूरे अधिकार खरीद लिए। और पूरी फ्रेंचाइजी चेन के अकेले स्वामी बन गए। और यहीं से मैकडॉनल्ड्स (Mcdonald’s) की असली प्रगति शुरू हो गई।
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