What Does Your Handwriting Say about You | क्या कहती है आपकी लिखावट

क्या कहती है आपकी लिखावट – What Does Your Handwriting Say

 

What Does Your Handwriting Say:- हम जो भी काम करते हैं उसमें हमारे मानसिक शक्ति (mental strength) का बहुत बड़ा हाथ होता है फिर वह हमारा लिखना कलम पकड़ने का तरीका (The way of holding a pen), शब्दों की बनावट के गठन (forming the texture of words) तथा लिखने की गति (Writing speed) आदि सब हमारी मानसिक शक्तियों से दूसरे लोगों को परिचित करा देते हैं। आजकल कई संस्थानों में तो बकायदा राइटिंग का विश्लेषण करने के बाद भी जॉब पाने वाले अभ्यार्थी को जॉब दी जाती है। इसलिए आप कोशिश करें कि आप अपनी राइटिंग को ऐसा बनाएं जिससे आपकी जॉब तुरंत लग जाए।

इसके लिए आपको ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है आपको बस केवल निम्नलिखित बातो पर अमल करना है।

 

लिखावट की गति- Writing speed

 

  1. तेज गति की लिखावट – High speed handwriting
  2. धीमी गति की लिखावट – Slow handwriting

 

तेज गति (High speed handwriting):-

जो लोग तेज गति से लिखते हैं वह आत्मविश्वासी निर्भयी और परिश्रमी होते हैं। ऐसे जातक स्वभाव के तेज, आधुनिक विचारों वाले तथा महत्वकांशी से होते हैं। दिखावा और प्रदर्शन करना इन्हें बेहद अच्छा लगता है। इनकी जल्दबाजी कई बार इनके बने बनाए काम र्बिगाड़ देती है।

विलक्षण प्रतिभा के धनी यह जातक एक साथ कई काम करने का हुनर रखते हैं। परंतु किसी एक में ही मुश्किल से पारंगत हो पाते हैं। इसका आकर्षक व्यक्तित्व पहली ही मुलाकात में लोगों को अपना बना लेता है। यह मनमौजी अपनी मर्जी से जीवन जीने वाले होते हैं।

 

धीमी गति (Slow handwriting):-

धीमी गति से लिखने वाले व्यक्ति गहन चिंतन मनन करने वाले स्वभाव के अंतर्मुखी एवं एकांतप्रिय होते हैं उनका शांत स्वभाव एवं कोमल स्वभाव कई बार इन्ही पर भारी पड़ जाता है। उसे ज्यादा कई बार जरूर से ज्यादा आलसी हो जाते हैं। इसकी वजह से कई बार जीती बाजी हार जाते हैं|

 

अक्षरों का आकार

  1. बड़े आकार के अक्षर
  2. छोटे आकार के अक्षर
  3. गहरे दबाव
  4. हल्के दबाव
  5. सीधी लिखावट
  6. तिरछी लिखावट
  7. घनी लिखावट




 

बड़े आकार के अक्षर :-

जो जातक बड़े आकार के अक्षरों में लिखते हैं वे बहुमुखी (एक्सट्रोवर्ट) होता है। सुनता सबकी है पर करता अपने मन की है। मन की बात मन में रखने की बजाय साफ कहने में यकीन रखते हैं। यह उदार दिल, भावुक एव सवेदनशील होते हैं। ऐसे जातक समय के पाबंद जिम्मेदार तथा अपने वादे के पक्के होते हैं। इनमे आत्मविश्वास की जितनी अधिकता होती है एकाग्रता की उतनी ही कमी होती है। यदि कोई इन्हे या इनके काम को नाहरांदाज करे तो यह उसे लगा लेते हैं।  ऐसे जातक अच्छे वैज्ञानिक साबित होते हैं।

 

छोटे अक्षर :-

छोटे से लिखने वाले जातक अंतर्मुखी (Introverted) होते हैं। इन्हे अपनी पुरानी यादों से बंधे रहना अच्छा लगता है। ये लोग ज्यादा से ज्यादा संवेदनशील होते हैं। किसी का मजाक में कहा जिनके दिल में लग जाती है।  यह हालात और परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढाल लेते हैं  छोटी-छोटी को महत्व देते हैं जिसके जरिए खुद को सफलता भी पाई जाती है।

 

गहरे दबाव:-

यानी कि शब्दों को कलम के माध्यम से जोड़ते समय जोर देकर या दबा कर लिखना।  ऐसी लिखावट के पीछे भी अपना एक मनोविज्ञान है। ऐसे जातक स्वाभिमानी तथा दृढ़ इच्छाशक्ति वाले होते हैं। और अपनी लगन से दुसरो पर भरपूर प्रभाव छोड़ते हैं। उसमें  गुस्सा बड़ी जल्दी आ जाते हैं जिसकी वजह से कई बार अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारते हैं। और ये अपने नियम खुद बनाते हैं और दूसरों से भी यही चाहते हैं कि उनके बनाए नियमों का पालन करें। नेता एवं नेतृत्व के गुण इनमे कूट कूट के भरे होते है ऐसे जातक लीक से हटकर काम करके दिखाते हैं।

 

हल्के शब्द :-

यानी शब्दों को कलम के माध्यम से हल्का या कम दबाव देकर लिखना ऐसे जातक निश्चिंत तनाव रहित शांत प्रवृत्ति के होते हैं। खाली बैठना या समय को व्यर्थ करना इन्हें अच्छा नहीं लगता। संवेदनशील होने के साथ-साथ यह दूसरों की भावनाओं की कदर करते हैं  . किसी पर शोषण अत्याचार या जबरदस्ती करना इन्हें पसंद नहीं होता। जीवन में गतिशीलता बनाए रखने के लिए ऐसे जातक सदा क्रियाशील रहते हैं इन्हें स्वयं से ज्यादा दुख दूसरों के दुखों की चिंता होती है।




सीधी लिखावट :-

यानी ऐसी लिखावट जिसमें शब्द बिना किसी झुकाव या कौन के सीधे दिखते हैं। ऐसे लिखावट वाले जातक अनुशासन प्रिय न्याय प्रिय गंभीर संतुलित विचारों वाले तथा अपने विचारों को निडरता से व्यक्त करने वाले होते हैं। ऐसे जातक अपने काम में परिपक्व होते हैं इसीलिए दूसरों के कार्यों से सरलता से संतुष्ट नहीं होते या फिर उनके कामों में कमी ढूंढते रहते हैं ऐसे जातक बड़ी मुश्किल से ही किसी से तालमेल बिठा पाते हैं यदि उन्हें मनचाहा जीवनसाथी ना मिले तो यह अपनी उम्र अकेले ही बिता देते हैं|

 

तिरछी लिखावट:-

तिरछी लिखावट जिसमें शब्द सीधे होने के बजाय तिरछे और झुके होते हैं। ऐसे जातक फुर्तीले जोश से भरपूर जल्दबाजी किस्म के होते हैं। जिंदगी में हर चीज के प्रति लालयित और जिज्ञासा पूर्ण रहते हैं। प्रबल तार्किक शक्ति आलोचनात्मक प्रवृत्ति एवं आत्मविश्वास इनमें देखा जा सकता है। मानसिक रूप से अशांत एवं बेचैन यह जातक अच्छे कलाकार लेखक और मनोवैज्ञानिक साबित होते हैं।

 

घनत्व :- The density

 

  1. घनी लिखावट
  2. घनी नीचे पकड़ वाली लिखावट
  3. ऊंची पकड़ वाली लिखावट
  4. अन्य तरीके की लिखावट

 

घनी लिखावट :-

यानी ऐसी लिखावट जिसमें लिखने वाले के लिखावट में परस्पर सभी शब्द खुले खुले या दूर दूर होते हैं। ऐसे जातक लापरवाह अल्प बुद्धि वाले दूसरों पर निर्भर तथा बिना सोच समझकर बोलने वाले होते हैं। लंबी-लंबी हांकना खयाली पुलाव बनाना इन्हें अच्छा लगता है। यह कभी भी किसी बात को संजीदगी से नहीं लेते ऐसे जातक मेहनत कम करते हैं अथवा दिखावा ज्यादा करते हैं।

जिस प्रकार लिखावट करता की लेखनी के माध्यम से उसके व्यक्तित्व एवं मनोविज्ञान को समझा जा सकता है उसी तरह लिखावट करता का कलम पकड़ने का ढंग भी उसके बारे में कुछ कुछ बताता है। लिखने वाला लिखने के लिए किन-किन उंगलियों का प्रयोग करता है। कलम को किस कौन पर कितनी दूरी से पकड़ता है तथा उसके पूरे हाथ का संचालन कैसे होता है आदि। सब कुछ उसके भीतर छुपे गुण अवगुण व्यवहार व्यक्तित्व एवं मानसिक स्थिति को दर्शाता है।

 

नीचे पकड़:-

यानि लिखते समय कलम/पेन को निब  के पास से पकड़ना। ऐसे जातको मैं अपने विश्वास की कमी के साथ-साथ असुरक्षा का भाव भी होता है. ऐसे जातकों को कभी भी थोड़ी सी चीज से संतुष्टि नहीं होती जो कुछ चाहिए इन्हें पूरा ही चाहिए। अन्यथा यह ग्रहण नहीं करते। यह स्वभाव के बड़े ही सीधे सहज और सरल होते हैं। दिखावा करना इन्हें पसंद नहीं होता ऐसे जातक अपनी जिम्मेदारियां एवं कर्तव्यों को पूरी ईमानदारी एवं समझदारी से निभाते हैं।



ऊंची पकड़ :-

यानी कलम को सामान्य दूरी से अधिक ऊंचाई से पकड़ना। ऐसे लोग खुद से ज्यादा दूसरों के कामों और गतिविधियों पर अपनी नजर रखते हैं और खुद में दिखावे एवं प्रदर्शन की भावना अधिक होती है।  जरूरत से ज्यादा आत्मविश्वास ही होने के कारण है इन्हें कई बार मुंह की खानी पड़ जाती है। ऊपर से जितने सीधे एवं सरल नजर आते हैं अंदर से उतने ही आडंबर एवं विपरीत होते हैं। लोगों पर हुक्म चलाना उन्हें निर्देश देना इन्हें बहुत अच्छा लगता है।

अंगूठे के साथ प्रथम दो उंगलियों पर लिखने के लिए उपयोग करना जातक में सदा ऊपर उठने एवं प्रयासरत रहने की ओर इशारा करता है। ऐसे जातक मानसिक कार्य करना अधिक पसंद करते हैं। हर कोई इनके विचारों को सरलता से स्वीकार नहीं करता परंतु इनके व्यक्तित्व में शीघ्र प्रभावित अवश्य होता है। ऐसे जातक अपनी बुद्धि और ज्ञान के माध्यम से अवश्य ख्याति पाते हैं। What Does Your Handwriting Say

 

अन्य तरीके :-

What Does Your Handwriting Say लिखते वक्त कलम/पेन को दाएं और झुका कर लिखना जातक कि आधुनिक विचारधारा को दर्शाता है। ऐसे जातक सदा आकर्षण का केंद्र बनना चाहते हैं। हम अपने समाज परंपरा संस्कृति एवं सभ्यता सैनिक कोई लगाव नहीं होता। यहां तक कि यह अपने परिवार वालों और रिश्तेदारों से ज्यादा अपने दोस्तों को महत्व देते हैं।

नए विचार एवं कार्य को अलग ढंग से करने की प्रवृत्ति इन्हें सफलता के मुकाम पर ले जाती है।  लिखते समय कलम पेन को सीधे रखना ऐसे जातक व्यवहार कुशल दूरदर्शी (Tactful visionary) बोलने में माहिर तथा अपनी बातों के पक्के होते हैं। सदा सत्य का साथ देते हैं। कभी भी गलत निर्णय नहीं लेते यह स्वभाव के जिद्दी होते हैं। लिखते समय कलम/पेन को अपनी ओर झुका कर लिखने वाले जातक परिश्रमी होते हैं। ऐसे जातक खुद को परिस्थिति के अनुसार आसानी से ढाल लेते हैं दूसरे की सेवा करने के लिए यह हमेशा आगे आते हैं।

 

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