Child Vaccination Schedule || शैशवावस्था में मुख्य रूप से न कौन से टीके लगाए जाते हैं

Child Vaccination Schedule || शैशवावस्था में मुख्य रूप से न कौन से टीके लगाए जाते हैं

नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट में आप जानोगे शैशवावस्था में मुख्य रूप से न कौन से टीके लगाए जाते हैं ? तथा उनसे कौन-कौन सी बीमारियों से बचाव होता है?

Child Vaccination Schedule :- नवजात शिशु के लिए एक ओर जहां आहार शारीरिक स्वच्छता वस्त्र विश्राम की आवश्यकता होती है | वहीं दूसरी ओर टीको के भी आवश्यकता होती है ,वहीं दूसरी ओर संक्रामक रोगों से बचने के लिए चिकित्सा शास्त्रों ने कुछ दवाओं की खोज की है |

        Child Vaccination Schedule :- टीकाकरण के अभियान से संक्रामक रोगों से नियंत्रित पाया गया है , संक्रामक रोगों से बचाव के लिए शिशुओं को निम्नलिखित टीके लगाए जाते हैं –

1-   बीसीजी का टीका –   बीसीजी का टीका तपेदिक टीवी से बचने के लिए लगाया जाता है,  या एक भयंकर रोग है जिसे मृत्यु का कप्तान कहा जाता है, शिशु के टीको में सबसे पहले बी.सी.जी.का टीका लगाया जाता है|  जो जन्म के 24 घंटे के अंदर ही दाहिनी बांह के ऊपरी हिस्से में लगाया जाता है | वहां पर गांठ बन जाती है | जो धीरे-धीरे करके सूख जाती है , परंतु निशान हमेशा बना रहता है। Tips for Healthy Lifestyle in Hindi – स्वास्थ्य जीवन के आधार



     2 –   चेचक का टीका –   शिशु को चेचक से बचने के लिए जन्म के 14 दिन बाद तक यह टीका लगा लगवा देना चाहिए। यदि इस समय यह टीका ना लगाया जा सके, तो 3 माह के अंदर अवश्य लगवा देना चाहिए।  चेचक का टीका जिस स्थान पर लगता है, वह स्थान लाल होकर सूखने लगता है , उसके बाद एक सफेद रंग का छाला बनकर उसके अंदर पानी जैसा तरल पदार्थ भर जाता है।
धीरे-धीरे करके यह छाले सूख जाते हैं , परंतु ध्यान रहे छाले पर खरोच नहीं आनी चाहिए ,अन्यथा दर्द अधिक होता  है।  चेचक का टीका लगवाने पर छाला अवश्य पड़ना चाहिए, यदि किसी कारणवश छाला नहीं पड़ता है, तो एक बार पुनः लगवाना चाहिए। How to Create Positive Energy at Home | घर मे सकारात्मक ऊर्जा बनाये रखने के बेस्ट तरीके
3 –  ट्रिपल वैक्सीन –   पोलियो से बचने के लिए ट्रिपल वैक्सीन का टीका लगवाना चाहिए।  यह दवा सीधे इंजेक्शन के रूप में रक्त में नहीं दिया जाता, परंतु एक मीठी दवा के रूप में बच्चों को खिलाया जाता है।
परंतु काली, खांसी, टिटनेस, डिप्थीरिया आदि संक्रामक रोगों से बचने के लिए डी.पी.टी.का टीका सुई के माध्यम से लगवाना चाहिए।  पोलियो की खुराक माह में प्रथम बार में ही दिलाई जाती है।
दूसरी खुराक एक माह के अंदर दी जाती है, परंतु ध्यान रहे चेचक के टीके और पोलियो में कम से कम 15 दिन का  अंतर अवश्य होना चाहिए।  भारत सरकार ने देश को पोलियो से मुक्त कराने के लिए पल्स पोलियो अभियान शुरुआत किया इसके प्रयास से लगभग भारत पोलियो मुक्त हो गया है। What is Gangrene Disease in Hindi | गैंग्रीन क्या है



4-   हैजा का टीका –   हैजा का टीका सामान्य रूप से  डेढ़ से 2 वर्ष की आयु के बीच लगा लगाया जाता है। प्रथम बार हैजा का टीका लगाया जाता है।   यह टीका मौसम में प्रतिवर्ष लगाया जाता है, दो या तीन खुराक ओ में 2 से 3 सप्ताह के अंदर लगाया जाता है।
5 –   टाइफाइड का टीका –   यह टीका डेढ़ से 2 वर्ष की आयु के बच्चों को लगाया जाता है।  (Child Vaccination Schedule) टाइफाइड का टीका दो तीन किस्मों में दो दो बार लगाया जाता है। उपर्युक्त टीको के अलावा भी  खसरा पीलिया ( हेपेटाइटिस बी )   आदि रोगों से बचने के लिए टीके लगवाए जाते हैं। What to do if Sugar/Diabetes increases || शुगर/मधुमेह बढ़ने पर क्या करना चाहिए



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